अंदर का सच्चा स्व – उपनिषद, एक प्राचीन हिंदू ग्रंथ से चयन, 2 का भाग 12025-07-07ज्ञान की बातेंविवरणडाउनलोड Docxऔर पढो"वह जो पूर्ण विश्राम में, इस शरीर से (स्थूल [खुरदरा] और सूक्ष्म [नाजुक] दोनों से) उठकर, सर्वोच्च प्रकाश तक पहुँचकर, अपने स्वयं के रूप में प्रकट होता है, वह आत्मा है ..."